बौद्ध धर्म
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Q.1) गौतम बुद्ध ने किस स्थान पर निर्वाण प्राप्त किया था -
A. लुम्बिनी
B. कुशीनारा
C. श्रावस्ती
D. सारनाथ
A. लुम्बिनी
B. कुशीनारा
C. श्रावस्ती
D. सारनाथ
Answer: Option (B)
Answer Description: महात्मा बुद्ध का जन्म लुम्बिनी में 563 ई.पू. में हुआ था, 29 वर्ष की अवस्था में उन्होंने गृह त्याग दिया जिसे बौद्ध ग्रंथों में 'महाभिनिष्क्रमण' कहा जाता है इनकी मृत्यु 483 ई.पू. में 80 वर्ष की आयु में कुशीनारा(मल्ल गणराज्य की प्रथम राजधानी) में हुआ था, जिसे 'महापरिनिर्वान' कहा जाता है
Answer Description: महात्मा बुद्ध का जन्म लुम्बिनी में 563 ई.पू. में हुआ था, 29 वर्ष की अवस्था में उन्होंने गृह त्याग दिया जिसे बौद्ध ग्रंथों में 'महाभिनिष्क्रमण' कहा जाता है इनकी मृत्यु 483 ई.पू. में 80 वर्ष की आयु में कुशीनारा(मल्ल गणराज्य की प्रथम राजधानी) में हुआ था, जिसे 'महापरिनिर्वान' कहा जाता है
Q.2) निम्नलिखित में से किस राजा के एक अभिलेख से सूचना मिलती है कि शाक्य मुनि बुद्ध का जन्म लुम्बिनी में हुआ था -
A. हर्ष
B. कनिष्क
C. सम्राट अशोक
D. धर्मपाल
A. हर्ष
B. कनिष्क
C. सम्राट अशोक
D. धर्मपाल
Answer: Option (C )
Answer Description: मौर्य वंशीय शासक सम्राट अशोक के 'रुमिनदेयी' अभिलेख से सूचना मिलती है कि शाक्य मुनि महात्मा बुद्ध का जन्म कपिलवस्तु के निकट लुम्बिनी नामक स्थान पर हुआ था
Answer Description: मौर्य वंशीय शासक सम्राट अशोक के 'रुमिनदेयी' अभिलेख से सूचना मिलती है कि शाक्य मुनि महात्मा बुद्ध का जन्म कपिलवस्तु के निकट लुम्बिनी नामक स्थान पर हुआ था
Q.3) महात्मा बुद्ध ने अपना पहला 'धर्मचक्रप्रवर्तन' किस स्थान पर दिया था -
A. सारनाथ
B. लुम्बिनी
C. मल्ल प्रदेश में
D. पाटलीपुत्र में
A. सारनाथ
B. लुम्बिनी
C. मल्ल प्रदेश में
D. पाटलीपुत्र में
Answer: Option (A)
Answer Description: बुद्ध को 6 वर्षों की कठिन साधना के पश्चात 35 वर्ष की अवस्था में वैशाख पूर्णिमा के रात्रि को एक पीपल के वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था, ज्ञान प्राप्ति के बाद यह 'बुद्ध' कहलाये, इसके पश्चात ऋषिपत्तन(सारनाथ वाराणसी के निकट) में 5 ब्राह्मण सन्यासियों को इन्होने अपना पहला उपदेश दिया इसी प्रथम उपदेश को 'धर्मचक्रप्रवर्तन' कहा जाता है
Answer Description: बुद्ध को 6 वर्षों की कठिन साधना के पश्चात 35 वर्ष की अवस्था में वैशाख पूर्णिमा के रात्रि को एक पीपल के वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था, ज्ञान प्राप्ति के बाद यह 'बुद्ध' कहलाये, इसके पश्चात ऋषिपत्तन(सारनाथ वाराणसी के निकट) में 5 ब्राह्मण सन्यासियों को इन्होने अपना पहला उपदेश दिया इसी प्रथम उपदेश को 'धर्मचक्रप्रवर्तन' कहा जाता है
Q.4) कनिष्क के शासनकाल में बौद्ध सभा किस नगर में आयोजित की गई थी -
A. मगध
B. राजगृह
C. पाटलीपुत्र
D. कश्मीर
A. मगध
B. राजगृह
C. पाटलीपुत्र
D. कश्मीर
Answer: Option (D )
Answer Description: बौद्ध धर्म की चौथी संगीति(चौथी बौद्ध परिषद्) कुषाण शासक कनिष्क के राज्यकाल में कश्मीर के कुंडलवन में हुई थी जिसकी अध्यक्षता वसुमित्र ने की थी
Answer Description: बौद्ध धर्म की चौथी संगीति(चौथी बौद्ध परिषद्) कुषाण शासक कनिष्क के राज्यकाल में कश्मीर के कुंडलवन में हुई थी जिसकी अध्यक्षता वसुमित्र ने की थी
Q.5) निम्न में से किस शासक ने तीसरी बौद्ध सभा का आयोजन किया था -
A. अजातशत्रु
B. अशोक
C. कालाशोक
D. आनंद
Q.6) चार स्थानों में हुई बौद्ध संगीतियों का सही कालक्रम नीचे दिए हुए कूट से ज्ञात करें -
1.वैशाली 2. राजगृह 3. कुंडलवन 4. पाटलिपुत्र
A. अजातशत्रु
B. अशोक
C. कालाशोक
D. आनंद
Answer: Option (B)
Answer Description: महात्मा बुद्ध की मृत्यु के तत्काल पश्चात प्रथम बौद्ध संगीति राजगृह/राजगीर में मगध नरेश अजातशत्रु के काल में सप्तवर्णीगुफा में हुई तत्पश्चात II बौद्ध संगीति कालाशोक के काल में बुद्ध की मृत्यु के 100 वर्ष पश्चात हुई, तृतीय बौद्ध संगीति सम्राट अशोक के शासनकाल में पाटलीपुत्र में 250 ई.पू. में हुई थी, नोट : बौद्ध संगीति कंठस्थ करने का तरीका : "आप कूद आते कूचे में"(आप में आ-अजातशत्रु, प-पहली, कूद में क-कालाशोक,द-दूसरी, आते में अ-अशोक, त-तीसरी, कूचे में क-कनिष्क, च-चौथी)
Answer Description: महात्मा बुद्ध की मृत्यु के तत्काल पश्चात प्रथम बौद्ध संगीति राजगृह/राजगीर में मगध नरेश अजातशत्रु के काल में सप्तवर्णीगुफा में हुई तत्पश्चात II बौद्ध संगीति कालाशोक के काल में बुद्ध की मृत्यु के 100 वर्ष पश्चात हुई, तृतीय बौद्ध संगीति सम्राट अशोक के शासनकाल में पाटलीपुत्र में 250 ई.पू. में हुई थी, नोट : बौद्ध संगीति कंठस्थ करने का तरीका : "आप कूद आते कूचे में"(आप में आ-अजातशत्रु, प-पहली, कूद में क-कालाशोक,द-दूसरी, आते में अ-अशोक, त-तीसरी, कूचे में क-कनिष्क, च-चौथी)
A. 1,2,3,4
B. 2,1,3,4
C. 4,3,2,1
D. 2,1,4,3
B. 2,1,3,4
C. 4,3,2,1
D. 2,1,4,3
Answer: Option (D)
Answer Description: कालक्रम इस प्रकार है - राजगृह(राजगीर), वैशाली, पाटलिपुत्र, कुंडलवन(कश्मीर)
Answer Description: कालक्रम इस प्रकार है - राजगृह(राजगीर), वैशाली, पाटलिपुत्र, कुंडलवन(कश्मीर)
Q.7) भारतीय कला में बुद्ध के जीवन की किस घटना का चित्रण 'मृग सहित चक्र' द्वारा हुआ है -
A. महाभिनिष्क्रमण
B. संबोधि
C. प्रथम उपदेश
D. निर्वाण
A. महाभिनिष्क्रमण
B. संबोधि
C. प्रथम उपदेश
D. निर्वाण
Answer: Option (C)
Answer Description: बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश(धर्मचक्रप्रवर्तन) सारनाथ में मृगदाव(हरिण वन) में दिया था
Answer Description: बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश(धर्मचक्रप्रवर्तन) सारनाथ में मृगदाव(हरिण वन) में दिया था
Q.8) महात्मा बुद्ध के जीवन के सम्बन्ध में 'कमल' चिन्ह का अर्थ है -
A. प्रथम उपदेश
B. महापरीनिर्वाण
C. त्याग
D. जन्म
A. प्रथम उपदेश
B. महापरीनिर्वाण
C. त्याग
D. जन्म
Answer: Option (D)
Answer Description: जबकि 'बोधि वृक्ष' महाबोधि का, 'घोड़ा' त्याग का प्रतीक है
Answer Description: जबकि 'बोधि वृक्ष' महाबोधि का, 'घोड़ा' त्याग का प्रतीक है
Q.9) बौद्ध संघ में भिक्षुणी के रूप में स्त्रियों के प्रवेश की अनुमति बुद्ध द्वारा दी गई थी -
A. वैशाली में
B. श्रावस्ती में
C. कुशीनगर में
D. राजगृह में
A. वैशाली में
B. श्रावस्ती में
C. कुशीनगर में
D. राजगृह में
Answer: Option (A)
Answer Description: महात्मा बुद्ध ने अपने प्रिय शिष्य आनंद के कहने पर ऐसा किया था, बौद्ध संघ में सर्प्रथम शामिल होने वाली स्त्री महाप्रजापति गौतमी थीं
Answer Description: महात्मा बुद्ध ने अपने प्रिय शिष्य आनंद के कहने पर ऐसा किया था, बौद्ध संघ में सर्प्रथम शामिल होने वाली स्त्री महाप्रजापति गौतमी थीं
Q.10) बुद्ध की 80 फुट बड़ी प्रतिमा जो बोधगया में है, निर्मित की गई थी -
A. श्रीलंकाईयों द्वारा
B. थाई लोगों के द्वारा
C. जापानियों के द्वारा
D. भूटानियों के द्वारा
A. श्रीलंकाईयों द्वारा
B. थाई लोगों के द्वारा
C. जापानियों के द्वारा
D. भूटानियों के द्वारा
Answer: Option (C)
Answer Description: यह प्रतिमा जापान के दाईजोकियो सम्प्रदाय के सहयोग से निर्मित की गई थी जिसे बनने में 7 वर्ष का समय लगा था तथा यह लाल ग्रेनाइट व बलुई पत्थर से निर्मित है
Answer Description: यह प्रतिमा जापान के दाईजोकियो सम्प्रदाय के सहयोग से निर्मित की गई थी जिसे बनने में 7 वर्ष का समय लगा था तथा यह लाल ग्रेनाइट व बलुई पत्थर से निर्मित है
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